जिस जा[1] नसीम[2] शाना-कश-ए ज़ुल्फ़-ए-यार[3] है
नाफ़ा दिमाग़-ए आहू-ए दश्त-ए ततार है[4]
किस का सुराग़ जल्वा है हैरत को, ऐ ख़ुदा
आईना फ़रश-ए[5] शश-जिहत-ए[6] इन्तिज़ार है
है ज़र्रा-ज़र्रा तंगी-ए जा से ग़ुबार-ए शौक़
गर दाम यह है, वुस`अत-ए[7] सहरा शिकार है
दिल मुद्द`ई-ओ-दीदा[8], बना मुद्द`आ अ़ली[9]
नज़्ज़ारे का मुक़द्दमा फिर रूबकार[10] है
छिड़के है शबनम आइना-ए-बरग-ए गुल[11] पर आब[12]
ऐ अ़ंदलीब[13] वक़्त-ए विदाअ़-ए-बहार है
पच[14] आ पड़ी है वादा-ए दिलदार की मुझे
वह आए या न आए पे यां इंतज़ार है
बे-परदा सू-ए-वादी-ए-मजनूं[15] गुज़र न कर
हर ज़र्रे के नक़ाब में दिल बे-क़रार है
ऐ अ़ंदलीब, यक[16] कफ़-ए ख़स[17] बहर-ए आशियां[18]
तूफ़ान-ए आमद-आमद-ए फ़सल-ए बहार है[19]
दिल मत गंवा, ख़बर न सही सैर ही सही
ऐ बे-दिमाग़, आईना तिम्साल-दार[20] है
ग़फ़लत[21] कफ़ील-ए उ़मर-ओ[22]-'असद' ज़ामिन-ए-निशात[23]
ऐ मर्ग-ए-नागहां[24], तुझे क्या इंतज़ार है
- ↑ जगह
- ↑ बसंत
- ↑ प्रेमी के बालों में कंघी फेरना
- ↑ ततार के रेगिस्तान के हिरन का दिमाग़ कस्तूरी जैसा है
- ↑ गलीचा
- ↑ छह दिशाएं
- ↑ फैलाव
- ↑ प्रतिवादी की नज़र
- ↑ अभियोगी
- ↑ सुना जा रहा
- ↑ गुलाब-पंखुड़ी का शीशा
- ↑ पानी
- ↑ बुलबुल
- ↑ बंध जाना
- ↑ मजनूं की घाटी
- ↑ एक
- ↑ मुठ्ठी भर तिनके
- ↑ घौंसले के लिए
- ↑ बसंत का ज़ोर-शोर से आने की तैयारी
- ↑ प्रतिबिम्ब दिखाने वाला
- ↑ असावधानी
- ↑ उम्र भर की सुरक्षा
- ↑ खुशी का उत्तरदायी
- ↑ आकस्मिक