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मिर्ज़ा ग़ालिब की रचनाएँ
/ ज़हर-ए-ग़म कर चुका था मेरा काम
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न होगा यक बयाबाँ माँदगी से ज़ौक़ कम मेरा
हुबाब-ए-मौज-ए-रफ़्तार है, नक़्श-ए-क़दम मेरा
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