हुस्न-ए-बे-परवा ख़रीदार-ए-माता-ए-जल्वा है
आइना ज़ानू-ए-फ़िक्र-ए-इख़्तिरा-ए-जल्वा है
ता-कुजा ऐ आगही रंग-ए-तमाशा बाख़्तन
चश्म-ए-वा-गर्दीदा आग़ोश-ए-विदा-ए-जल्वा है
हुस्न-ए-बे-परवा ख़रीदार-ए-माता-ए-जल्वा है
आइना ज़ानू-ए-फ़िक्र-ए-इख़्तिरा-ए-जल्वा है
ता-कुजा ऐ आगही रंग-ए-तमाशा बाख़्तन
चश्म-ए-वा-गर्दीदा आग़ोश-ए-विदा-ए-जल्वा है